04 फ़रवरी, 2011

सफलता

बहुत कुछ खोना पड़ता है
एकलव्य की तरह
आगे बढ़ने लिये |
राह चुननी पड़ती है
उस पर चलने के लिये |
होता आवश्यक
नियंत्रण मन पर
भटकाव से बचने के लिये
ध्यान केन्द्रित करने के लिये |
किसी कंधे का सहारा लिया
और बन्दूक चलाई भी
तब क्या विशेष कर दिया
यदि अपनी शक्ति दिखाई होती
सच्चाई सामने होती |
झूठा भरम टूट जाता
निशाना सही था या गलत
स्पष्ट हो गया होता |
सफलता चूमती कदम उसके
जो ध्यान केन्द्रित कर पाता
मनन चिंतन उस पर कर पाता |
जो भी सत्य उजागर होता
उस पर सही निर्णय लेता
यही क्षमता निर्णय की
करती मार्ग प्रशस्त उसका |
उस पर कर आचरण
जो भी फल वह पाता
शायद सबसे मीठा होता |
है सफलता का राज़ यही
कभी सोच कर देखा होता |

आशा









15 टिप्‍पणियां:

  1. सफलता के सूत्र बताती कविता... अच्छी लगी..

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  2. आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार ०५.०२.२०११ को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.uchcharan.com/
    चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)

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  3. सफलता का सार्थक सूत्र पाठकों को देती एक बहुत ही प्रेरणाप्रद प्रस्तुति ! बधाई एवं आभार !

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  4. बहुत कुछ खोना पड़ता है
    एकलव्य की तरह
    आगे बढ़ने लिये |
    राह चुननी पड़ती है
    उस पर चलने के लिये |
    --
    बहुत सुन्दर रचना!

    जवाब देंहटाएं
  5. सादर नमस्कार

    अच्छी सीख देती रचना जिंदगी मै आगे बड़ते रहने को आसानी से सिखाती रचना !
    सुन्दर अभिव्यक्ति !

    शुक्रिया !

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  6. आदरणीय आशा दी,
    दार्शनिक विचारों से ओतप्रोत निहायत उम्दा रचना ।
    बधाई ......

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  7. यही क्षमता निर्णय की
    करती मार्ग प्रशस्त उसका
    shabdon me kitne sunder bhaw piro diye hain.

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  8. बहुत कुछ खोना पड़ता है
    एकलव्य की तरह
    आगे बढ़ने लिये |
    राह चुननी पड़ती है
    उस पर चलने के लिये .....

    जीवन दर्शन से परिपूर्ण सुंदर रचना के लिए बधाई।

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  9. सफलता का मूल मंत्र बता दिया आपने ... बहुत प्रभावी रचना है ...

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  10. सफलता चूमती कदम उसके
    जो ध्यान केन्द्रित कर पाता
    मनन चिंतन उस पर कर पाता |
    जो भी सत्य उजागर होता
    उस पर सही निर्णय लेता....

    लाजवाब, सुन्दर लेखनी को आभार...बधाई।

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  11. आदरणीय आशा माँ
    नमस्कार !
    ...सही कहा आअनोखे भाव, अनूठी काव्य रचना।
    सुन्दर लेखनी को आभार...बधाई।

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  12. आशा माँ कुछ दिनों से बाहर होने के कारण ब्लॉग पर नहीं आ सका
    माफ़ी चाहता हूँ

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  13. सार्थक संदेश देती एक सुंदर प्रस्तुति.आभार.
    सादर,
    डोरोथी.

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