मन शंकाओं से भरता जाता
यह परिवर्तन हुआ कैसे
छोर नजर नहीं आता
फिर भी परेशान नहीं हूँ
खोजना चाहती हूँ उसे
जो है असली कारक और कारण
इस होते परिवर्तन का
क्या देखा उसने ऐसा
जो खिचा चला आया
बिना जाने अपनापन जताया
कहीं से रिश्ता भी खोज लाया
वह कितना सही कितना गलत
यह तो नहीं मालूम
पर लगता कोई गहरा छिपा राज
अचानक प्रेम उमढने में
कहीं कोई धोखा तो नहीं
जो छल करे मेरे अनजाने में
मेरी ममता से भरे जीवन में
मुझे कोई भी परिवर्तन
रास नहीं आता
समाधान मन की शंका का
हो नहीं पाता|
आशा
मुझे कोई भी परिवर्तन
रास नहीं आता
समाधान मन की शंका का
हो नहीं पाता|
आशा
आशंकित हो जाता है अब मन जब कोई जतलाता है अनायास अहेतुक प्रेम .
जवाब देंहटाएंकभी हम पे भी नजरे इनायत हो जाए
ram ram bhai
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सोमवार, 3 दिसम्बर 2012
Puppy hugs ease stress in students
Puppy hugs ease stress in students
कहना चाहे तो कहलें इसे स्वानचिकित्सा .बुनियाद में इसके प्रेम ही है .प्रेम करने की बान (आदत )पड़ जाए
आधुनिक मानव को तो तनाव पास न फटके .
कनाडा का एक विश्वविद्यालय सालाना परीक्षा की तैयारी करने वाले पढ़ाई के दवाब में आये अपने छात्रों के
http://veerubhai1947.blogspot.in/
मेरी ममता से भरे जीवन में
जवाब देंहटाएंमुझे कोई भी परिवर्तन
रास नहीं आता
अचानक आये परिवर्तन शंका को जन्म देते हैं...गहन भाव...
बहुत खूबशूरत गहन अभिव्यक्ति,,,,
जवाब देंहटाएंrecent post: बात न करो,
सोच में आये परिवर्तन अनायास ही आशंकित तो कर ही जाते हैं और मन घबरा जाता है ! बढ़िया प्रस्तुति जीजी ! रचना अच्छी लगी !
जवाब देंहटाएंबहुत सही आंटी!
जवाब देंहटाएंसादर
सुन्दर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंAsha Maa Apki rachna Humara Haryana blog Par 18 Jan ko prakashit ki gai hai
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