19 दिसंबर, 2014

वाणी


पैनी कटार
विष रस से भरी
जिव्हा ही थी |

कभी सोचना
कितना दुःख देता
कटु भाषण |

है राम बाण
संयम वाणी का
देता सुकून |

बोल मधुर
वाणी पर संयम
तभी सफल |

शब्द चयन
कितना आवश्यक
सब जानते |


अर्थ अनर्थ
शब्दों का होता खेल
रखें संयम |

आशा
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