02 जुलाई, 2015

वादा है मेरा

घने बाल के लिए चित्र परिणाम
आओ छिपालूँ तुम्हें 
अपने आगोश में 
बांध लूं केशपाश में
घनी कुंतल छाँव में |
बंधन मुक्त ना हो पाओगे 
प्यार की फुहार में 
भीग भीग जाओगे 
जाना न चाहोगे |
मदहोशी बढ़ती जाएगी 
बंधन में बंध कर
खिचे चले आओगे 
मुक्त न होना चाहोगे |
इसकी ही तलाश थी अब तक 
समय हाथ से फिसला 
जितना तुम्हें बांधना चाहा 
बढ़ता गया फासला  |
हूँ आज तक आतुर 
साथ तुम्हारा पाने को 
अब दूर ना जाना मुझसे 
बंधन है कच्चा धागा नहीं |
है यह प्रीत पुरानी 
अब तुम्हें सोचना है 
इससे मुक्त  न हो  पाओगे 
यह तुमसे वादा है मेरा |
 आशा




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