क्षमा भाव अपनाइए
इसे अनमोल जान
ज़रा सी बात बढ़ जाती
न किया यदि क्षमा
दान
बहुत कुछ खोना पड़ता
है
यदि अहम रहे मन में
छोटी छोटी बातों पर
मन के विचलन से
बनता है बातों का
बतंगड़
यदि की लापरवाही
इन से बच कर जो चले
उसने ही सफलता पाई
क्षमा करने के लिए
होता दिल दरिया सा
छोटी मोटी बातों को
नजर अंदाज करते ही
तभी मन क्षमा कर पात़ा
जिसने किया
नियंत्रित
अपनी भावनाओं को
अपनी भावनाओं को
उसने सब को क्षमा
किया
खुद पर संयम से ही
पाया
इस अनमोल क्षमा भाव को
क्षमा भाव है अति
आवश्यक
सब के लिए समाज में
|
आशा
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