23 दिसंबर, 2018

बड़ा दिन


हूँ बहुत व्यस्त  आज
सभी जुटे स्वच्छता अभियान में
आने वाले कल के इन्तजार में
पर मैं न साफ कर पाई
अपनी टेवल अपना कमरा
चारों ओर बिखारा हुआ सामान
 न समेट पाई अभी तक
कारण कुछ तो रहा होगा
मैं रही व्यस्त
 मनपसंद मिठाइयां बनाने में
न बता पाई कभी किसी को
सजाया जा रहा क्रिसमस ट्री को
उपहार भाँती भाँती के देने को
लपेटे गए हैं रंग बिरंगे कागजों में 
स्थान दिया है उनको उस पर
 रंग भरी सुगन्धित
  मोमबत्तियों के बीच   
बच्चों का उत्साह देख
यादों का अम्बार  लगा है
अब अधिक समय नहीं शेष
  सांता  के आने में
बड़ा दिन मनाने में
उपहारों के आदान प्रदान में
यही मेलमिलाप है आवश्यक
और छिपा हुआ उद्देश्य
 यह त्यौहार मनाने में |
                                               
                                              

                                                आशा

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