19 जनवरी, 2012

आशा अभी बाकी है



                                                                            
फैली उदासी आसपास 
झरते  आंसू अविराम 
अफसोस है कुछ खोने का 
अनचाहा घटित होने का |
आवेग जब कम होता 
वह सोचता कुछ खोजता 
एकटक देखता रहता 
दूर  कहीं शून्य में |
हो  हताश कुछ बुदबुदाता 
जैसे ही कुछ याद आता 
निगाहें उठा फिर ताकता
उसी अनंत में |
छलकते आंसुओं को 
रोकने की चेष्ठा कर 
धुंधलाई आँखों से झांकता 
फिर से परम शून्य में 
जाने कितने अस्तित्व 
समा गए अनंत में 
फिर भी खोजता अनवरत 
गंभीर सोच जाग्रत होता 
अशांत मन में |
जो चाहा पूर्ण न हो पाया 
प्रयत्न अधूरा रहा फिर भी 
है सफलता से दूर भी 
पर  आशा  अभी बाकी है |
आशा 





15 टिप्‍पणियां:

  1. जो चाहा पूर्ण न हो पाया
    प्रयत्न अधूरा रहा फिर भी
    है सफलता से दूर भी
    पर आशा अभी बाकी है |

    सकारात्मक अभिव्यक्ति...

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  2. ummdaa
    हो हताश कुछ बुदबुदाता
    जैसे ही कुछ याद आता
    निगाहें उठा फिर ताकता
    उसी अनंत में

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  3. बेहतरीन अभिव्यक्ति ! निराशा के गहन अन्धकार में भी आशा की कोई एक नन्ही सी किरण मन में उत्साह का संचार कर जाती है ! सुन्दर रचना !

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  4. प्रयत्न अधूरा रहा फिर भी
    है सफलता से दूर भी
    पर आशा अभी बाकी है |

    बेहतरीन पंक्तियाँ।


    सादर

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  5. आशा को हर हाल में रहना ही चाहिए अन्यथा जीवन की कल्पना असंभव है..

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  6. है सफलता से दूर भी
    पर आशा अभी बाकी है ...
    आशा का संचार करती सुन्दर पंक्तियाँ.... आभार

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  7. सकारात्मक सोच, सुन्दर अभिव्यक्ति...

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  8. सकारात्मक सोच वाली सुंदर रचना ...समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका सवागत है http://mhare-anubhav.blogspot.com/

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  9. वाह बहुत खूब
    शून्य में ताकती सब उम्मीदे ...
    इसी आस पर टिकी है हर आशा की किरण

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  10. बहुत सुन्दर आशा से भरी भावाव्यक्ति आशा जी...

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  11. ▬● बहुत खूबसूरती से लिखा है आपने... शुभकामनायें...

    दोस्त अगर समय मिले तो मेरी पोस्ट पर भ्रमन्तु हो जाइयेगा...
    Meri Lekhani, Mere Vichar..
    .

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