27 जनवरी, 2014

बाल दिवस

कोट पर लगा
 लाल गुलाब
जब भी देखा
चाचा नेहरू को
याद किया |
उसमें छिपी
कोमलता
बच्चों को
 करीब लाती थी
चाचा की याद
मन के  लिए
बाल दिवस
हो जाती थी |
आशा

1 टिप्पणी:


  1. चाचा की याद
    मन के लिए
    बाल दिवस
    हो जाती थी |
    वाकई जिस दिन उन्हें याद कर लें बच्चों के लिये वही बालदिवस हो जाता है ! सुंदर रचना !

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