Akanksha -asha.blog spot.com
30 दिसंबर, 2014
तारा आकाश में
नीलाम्बर में
एकल धूमकेतु
अनर्थ न हो |
एक सितारा
घूम रहा आवारा
सितम ढाता |
प्यारा सा तारा
टिमटिम करता
उसे बुलाता |
हर्षित मन
चमकते सितारे
लगते प्यारे |
आकाश गंगा
संगम है तारों का
असंख्य तारे |
आशा
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