Akanksha -asha.blog spot.com
07 मई, 2015
अश्रु जल
जल बरसा
आँखों से छम छम
रिसाव तेज |
रुक न सका
लाख की मनुहार
बहता रहा |
वर्षा जल सा
कपोल की राह पे
चलता गया |
सूखे कपोल
निशान बन गए
अश्रु जल के |
क्या बात हुई
जो बारिश न थमीं
क्या कह दिया |
आशा
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