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08 मई, 2015
ना बरजूंगी
तुम आ जाना
बाल रूप धरके
मन रिझाना |
कन्हिया आना
माखन चुरा लेना
ना बरजूंगी |
मेरे ये कर्ण
मुरली की धुन को
तरस गए |
रास रचाना
गोप गोपियों संग
कदम तले |
आशा
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