आदत से महबूर है ,बाई बहुत
उस्ताद |
रोकाटोकी रोज की ,लगती नई न आज ||
रोजाना बहस बाजी ,उससे सहन न होय |
बाई है तो क्या हुआ ,अपना ज्ञान न खोय ||
सभी सवाल का जबाब ,एक भी नहीं उधार |
शब्द वाण थे बेमिसाल, बार बार
किये प्रहार ||
हुआ टोटा बाई का ,मानो पड़ा अकाल |
सातों जाती कार्यरत ,फिर भी ना निस्तार ||
महरी माई ना करो ,करो हाथ से काम |
अति आलस्य की हुई ,अच्छा नहीं विश्राम ||
सुख शान्ति की खोज में ,ना हो यूं हलकान
बाई है या मुसीबत ,यही सत्य पहचान ||
बाई है या मुसीबत ,यही सत्य पहचान ||
मुसीबत झेलना पड़े ,नहीं कोई उपाय |
जिसको आना हो आये ,बाई छोड़ न जाय ||
आशा
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