चलता जीवन
निर्मल जल
के झरने सा
ठहराव जिन्दगी में
ठहराव जिन्दगी में
गंदे जल के
डबरे सा
पहला रंगीनियों से भरा
पहला रंगीनियों से भरा
हैं अक्षय जो
पर ठहराव उसमें
पर ठहराव उसमें
डबरे की दुर्गन्ध सा
घुमंतू जीवन में ठहराव
कदाचित सुख देता
जहां ठहर जाते
वहीं बसेरा होता
अधिक समय ठहराव
उन्हें भी उबाऊ लगता
जल्दी डेरा उठा
आगे जाने का मन होता
एक वय के बाद
सभी ठहराव चाहते
डबरे से आती दुर्गन्ध
तब भी न चाहते
बीते कल की सुनहरी यादें
सजोए रखते
उनमें ही जीते
कल्पना की उड़ान भरते
नया सृजन करते
जीवन की रंगीनियाँ
ठहराव में भी अनुभव करते
यह ठहराव जीवन में
बहुत मायने रखता
यदि सही उपयोग होता
डबरे से तलाव हो जाता
जीवन तनाव मुक्त हो
रंगीनियों से भर जाता |
यह ठहराव जीवन में
बहुत मायने रखता
यदि सही उपयोग होता
डबरे से तलाव हो जाता
जीवन तनाव मुक्त हो
रंगीनियों से भर जाता |
आशा
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