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18 जून, 2016
हाईकू
तपता सूर्य
बदहाल करे है
जीने न देता |
जलते पैर
दोपहर धूप में
कैसे निकलें |
बिन बदरा
जल की है फुहार
राहत मिली |
कारे बदरा
झूम झूम बरसों
इंतज़ार है |
नील गगन
बादल बिन जल
त्राहि त्राहि है |
चला फब्वारा
आभास है वर्षा का
मन प्रसन्न |
आशा
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