१- विरक्त भाव
चेहरे पे थकन
गहन सोच
२-नीर भारत
हिया मेरा कम्पित
छलके नैन
३-वह सोचती
तुलसी का बिरवा
यादों में खोती
४-थीं उदास वे
पुस्तकों का सान्निध्य
उदासी दूर
५-तेरी चाहत
बनी पैरों की बड़ी
बढ़ने न दे
६-वह सक्षम
निर्भय व साहसी
नारी सबल
७-नारी सबला
अवला न समझो
है आधुनिका
८-ये कैसे रिश्ते
राह चलते बने
वे प्रिय लगे
आशा
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