Akanksha -asha.blog spot.com
31 अगस्त, 2018
साथ रहने का आनंद
समूह में रहना
कितना अच्छा लगता है
पहले न जाना
जब सबसे अलग हुए
तभी पहचाना |
जब साथ थे
किसी का भय
नहीं लगता था
अकेले इंसान को
सब डरा
लेते हैं
धमका लेते हैं |
बंधी मुठ्ठी छुड़ाना
आसान नहीं होता
जब यह समझ आई
बहुत देर से आई |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Your reply here:
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Your reply here: