छिप छिपकर
परदे की ओट से झांकना
कमरे में बेचैन हो
चक्कर काटना
चक्कर काटना
सुध बुध खो
दरवाजे पर नजरें टिकाना
दरवाजे पर नजरें टिकाना
यह प्यार नहीं तो और क्या है ?
मिलने पर नजरें चुराना शर्माना
और अधिक शोख हो जाना
यहाँ प्यार नहीं तो और क्या है ?
ध्यान न रहे
बेकरारी में बेहाल हो
बेकरारी में बेहाल हो
कभी हंसना
रूठने का नाटक करना
रूठने का नाटक करना
झूटमूट में नयनॉ का डबडबाना
यह प्यार नहीं है तो क्या है ?
मन के भाव
उजागर हो जाते है
उजागर हो जाते है
अन्दर से हाँ
ऊपर से ना करना
ऊपर से ना करना
मनुहार करवाना
रूठने का नाटक करना
रूठने का नाटक करना
यह प्यार नहीं तो और क्या है ?
आशा
आशा
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