सकारात्मक सोच होगा
आत्मबल भी कम नहीं
पूर्ण कार्य जब हो जाएगा
आत्मबल भी कम नहीं
पूर्ण कार्य जब हो जाएगा
सफलता कदम चूमेगी तभी
यही है प्रमुख उद्देश्य हमारा
सफल होने का राज हमारा
बहुत महनत से जुटे रहते
तभी सफल हो पाते उसमें
कभी हार नहीं मानते
अधूरा छोड़ते नहीं
हिम्मत से भरे रहते
आत्मबल क्षीण न होता
कार्य जब तक पूर्ण न हो जाएगा
आत्मबल क्षीण न होता
कार्य जब तक पूर्ण न हो जाएगा
मन प्रमुदित होने लगता
जब होती पूर्णाहुति उसकी
दृढ प्रतिज्ञा ही आयगी काम हमारे
सफल मनोरथ हो जाएगा
माना सफलता है बहुत ऊंचाई पर
पर भय से क्या लाभ
जब सफलता को हम छू लेंगे
उन्नत होगा भाल |
आशा
माना सफलता है बहुत ऊंचाई पर
पर भय से क्या लाभ
जब सफलता को हम छू लेंगे
उन्नत होगा भाल |
आशा
बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
हटाएंटिप्पणी के लिए धन्यवाद ओंकार जी |
दृढ प्रतिज्ञा ही आयगी काम हमारे
जवाब देंहटाएंसफल मनोरथ हो जाएगा
बहुत खूब ,सादर नमन
सुप्रभात
हटाएंकामिनी जी धन्यवाद टिप्पणी के लिए |
आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन भारत कोकिला सरोजिनी नायडू और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।
जवाब देंहटाएंसुप्रभात |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार हर्ष जी |
जवाब देंहटाएंवाह ! आत्मविश्वास से लबरेज़ बहुत सुन्दर प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
जवाब देंहटाएंटिप्पणी के लिए धन्यवाद |