02 मार्च, 2019

पूर्णाहुति


सकारात्मक सोच होगा 
आत्मबल भी कम नहीं 
  पूर्ण कार्य जब हो जाएगा
सफलता कदम चूमेगी तभी
यही है प्रमुख   उद्देश्य हमारा
 सफल होने का राज हमारा
बहुत महनत से जुटे रहते
तभी सफल हो पाते उसमें
कभी हार नहीं मानते
अधूरा छोड़ते नहीं
हिम्मत से भरे रहते 
आत्मबल क्षीण न होता
कार्य  जब तक पूर्ण न हो जाएगा
मन प्रमुदित होने लगता
जब होती पूर्णाहुति उसकी
दृढ प्रतिज्ञा ही आयगी काम हमारे
सफल  मनोरथ हो जाएगा 
माना सफलता है बहुत ऊंचाई पर 
पर भय से क्या लाभ 
जब सफलता को हम छू लेंगे 
उन्नत होगा भाल |
आशा 

8 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तर
    1. सुप्रभात
      टिप्पणी के लिए धन्यवाद ओंकार जी |

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  2. दृढ प्रतिज्ञा ही आयगी काम हमारे
    सफल मनोरथ हो जाएगा
    बहुत खूब ,सादर नमन

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    उत्तर
    1. सुप्रभात
      कामिनी जी धन्यवाद टिप्पणी के लिए |

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  3. आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन भारत कोकिला सरोजिनी नायडू और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।

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  4. सुप्रभात |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार हर्ष जी |

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  5. वाह ! आत्मविश्वास से लबरेज़ बहुत सुन्दर प्रस्तुति !

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  6. सुप्रभात
    टिप्पणी के लिए धन्यवाद |

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