जिसकी हो उपयोगिता
सही दिशा चुनने में
जीवन को सवारना होगा
सही मार्ग पर हो अग्रसर
आत्म निरीक्षण करना होगा
भय से नहीं आक्रांत हो
मन पर संयम रखना होगा
टेढ़ीमेढ़ी राह पर
सोच समझ कर चलना होगा
कदम ना डगमगाएं
आधी राह में
गिर कर सम्हलना होगा
धीमीं गति है उत्तम
बहुत सजग हो बढ़ना होगा
सफलता तभी हासिल होगी
मन में दृढ निश्चय जब होगा
ऊंचाई पर पहुँचना होगा
गर्व से सर तभी उन्नत होगा |
आशा
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में " मंगलवार 3 सितम्बर 2019 को साझा की गई है......... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंसूचना के लिए आभार मीना जी |
हटाएंबहुत ही सुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसादर
meree rachanaa par tippanii ke liye dhanyvaad anita ji
जवाब देंहटाएंवाह ! सुन्दर सार्थक प्रेरणादायी रचना ! बहुत खूब !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद प्यारी सी टिप्पणी के लिए |
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