31 मार्च, 2020

हईकू(कोरोना)





   





१-कोरोना भय
जान सांसत में है
बक्त ना कटे

२-लौक डाउन
से हुआ बड़ा फर्क
जीवन बचा

३-कोरोना से है
जान का भय नहीं
गरीबी मारे

४-मजबूरी में
मजदूर चला है
नियम तोड़ 

५-कब काटेंगे 
सामजिक दूरी के 
इक्कीस दिन
                                                                               आशा

8 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (01-04-2020) को    "कोरोना से खुद बचो, और बचाओ देश"  (चर्चाअंक - 3658)    पर भी होगी। 
     -- 
    मित्रों!
    आजकल ब्लॉगों का संक्रमणकाल चल रहा है। ऐसे में चर्चा मंच विगत दस वर्षों से अपने चर्चा धर्म को निभा रहा है।
     आप अन्य सामाजिक साइटों के अतिरिक्त दिल खोलकर दूसरों के ब्लॉगों पर भी अपनी टिप्पणी दीजिए। जिससे कि ब्लॉगों को जीवित रखा जा सके।
    --
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 

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  2. आज के परिवेश पर एक बेहतरीन रचना

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  3. धन्यवाद सवाई सिंह जी टिप्पणी के लिए |

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  4. सामयिक प्रस्तुति ! उम्दा हाइकू !

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