१-हो बेमिसाल
कोई नहीं तुमसा
तेरे प्यार सा
२- माँ की ममता
कोई उससा नहीं
उसके सिवाय
३- आँचल तेरा
इतना हैविस्तृत
नापा न जाए
४ -प्यार ही प्यार
फैला है यहाँ वहां
नफरत ना
५--नयन मूँद
हो योग की मुद्रा में
करो ध्यान
६ -सावधान हो
कोरोना से बचाव
है आवश्यक
आशा
कोई नहीं तुमसा
तेरे प्यार सा
२- माँ की ममता
कोई उससा नहीं
उसके सिवाय
३- आँचल तेरा
इतना हैविस्तृत
नापा न जाए
४ -प्यार ही प्यार
फैला है यहाँ वहां
नफरत ना
५--नयन मूँद
हो योग की मुद्रा में
करो ध्यान
६ -सावधान हो
कोरोना से बचाव
है आवश्यक
आशा
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (24-06-2020) को "चर्चा मंच आपकी सृजनशीलता" (चर्चा अंक-3742) पर भी होगी।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
--
सुप्रभात
हटाएंसूचना हेतु आभार सर |
धन्यवाद टिप्पणी के लिए नवीन जी |
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सार्थक सन्देश देते सुन्दर हाइकू !
जवाब देंहटाएंधन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |
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