१-श्याम सलोना
माखन चोर हुआ
बच न पाया
२-कृष्ण के सखा
धेनुओं को चराते
रास रचाते
३- राधा की छवि
मन बाँधे रखती
बंसी की धुन
४- कदम्ब तले
मुरली सुनते हैं
गोप गोपिका
५-हरी को भजो
ध्यान केन्द्रित करो
एकाग्र मन
६- न्योता दिया है
कंस नगरी आना
मित्र उधो ने
७- राज्य अशान्त
अत्याचार बढ़ा है
निदान करो
८-प्रजा तुम्हारी
अराजकता फैली
जनता दुखी
९- कब आओगे
मनमोहन मेरे
मथुरा जी में
आशा
उत्कृष्ट
जवाब देंहटाएंधन्यवाद टिप्पणी के लिए ओंकार जी |
हटाएंनमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार (03-05 -2021 ) को भूल गये हैं हम उनको, जो जग से हैं जाने वाले (चर्चा अंक 4055) पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है।
चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें।
यदि हमारे द्वारा किए गए इस प्रयास से आपको कोई आपत्ति है तो कृपया संबंधित प्रस्तुति के अंक में अपनी टिप्पणी के ज़रिये या हमारे ब्लॉग पर प्रदर्शित संपर्क फ़ॉर्म के माध्यम से हमें सूचित कीजिएगा ताकि आपकी रचना का लिंक प्रस्तुति से विलोपित किया जा सके।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
#रवीन्द्र_सिंह_यादव
मेरी रचना की सूचना देने के लिए आभार सर |
हटाएंनमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार (03-05 -2021 ) को भूल गये हैं हम उनको, जो जग से हैं जाने वाले (चर्चा अंक 4055) पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है।
चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें।
यदि हमारे द्वारा किए गए इस प्रयास से आपको कोई आपत्ति है तो कृपया संबंधित प्रस्तुति के अंक में अपनी टिप्पणी के ज़रिये या हमारे ब्लॉग पर प्रदर्शित संपर्क फ़ॉर्म के माध्यम से हमें सूचित कीजिएगा ताकि आपकी रचना का लिंक प्रस्तुति से विलोपित किया जा सके।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
#रवीन्द्र_सिंह_यादव
बहुत अच्छा लेखन।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद संदीप जी टिप्पणी के लिए |
हटाएंबहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सुजाता जी टिप्पणी के लिए |
हटाएंबहुत अच्छे हाइकू!--ब्रजेंद्रनाथ
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
हटाएंधन्यवाद ब्रजेन्द्र मर्मग्य जी टिप्पणी के लिए |
सुन्दर हाइकु ! कुछ में वर्ण संख्या की त्रुटि को देख लें और सुधार लें ! 2, ३, 5 नंबर के हाइकु चेक कर लें !
जवाब देंहटाएंबढ़िया
जवाब देंहटाएंधन्यवाद प्रकाश जी टिप्पणी के लिए |
हटाएं