02 जून, 2021

सच्ची मित्रता

                                          सच्चा मित्र वही जो

समय पर काम आए

बिना किसी प्रलोभन के

हर समय खडा हो साथ 

  हिम्मत दिलाए |

कृष्ण सुदामा की मित्रता

मशहूर है  आज  तक

उदाहरण के रूप में

इस मित्रता  के लिए |

कोई भूलता नहीं

इस तरह की मित्रता को

एक् पीढी से दूसरी को

यह किस्से सुनाए जाते |

आज कल सच्ची  मित्रता

खोजे नहीं मिलती

होते मतलव परस्त वे

रखते सतही मित्रता |

हैं वही भाग्यशाली

जिसने साथ पाया

 ऐसे मित्र का जो 

सही सलाह  देता हो 

सच में मित्रता निभाए |

आशा 

9 टिप्‍पणियां:

  1. धन्यवाद आपका बहुत टिप्पणी के लिए आलोक जी

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  2. सच्ची मित्रता वास्तव में अत्यंत दुर्लभ है ! भाग्यवान को ही सच्चे मित्र का प्रेम मिलता है ! बहुत सुन्दर रचना !

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    1. सुप्रभात
      धन्यवाद साधना टिप्पणी के लिए |

      हटाएं
  3. धन्यवाद आपका बहुत टिप्पण के लिए ओंकारजी

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    उत्तर





    1. धन्यवाद आपका बहुत टिप्पणीव के लिए

      हटाएं
  4. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 03-06-2021को चर्चा – 4,085 में दिया गया है।
    आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी।
    धन्यवाद सहित
    दिलबागसिंह विर्क

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  5. धन्यवाद आपका बहुत टिप्पणीव के लिए

    जवाब देंहटाएं

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