23 फ़रवरी, 2023

क्षणिकाएं






                                                                   किसी ने जन्म दिया 

यशोदा मां ने पाला 

नन्द का लाल कहलाया

मेरा कान्हां बृज को भाया |


तुमकहाँ से आए सब के मन को भाए 

बालक वय बिताईयहाँ और चले बृज से दूर 

अपने मामा कंस से भेट के लिए 

प्रजा के कष्ट दूर करने के लिए |


आज का युग बहुत कष्टकर है

आम जनता के लिए

घोर अनाचार फैला है मथुरा  राज्य में    

मामा कंस का कोई ध्यान नहीं आराम से जीने के सिवाय 

प्रजा की कौन सुने सहारा दे  |


यहाँ सुनी जाती है शक्ति शालियों की 

सामान्य  जन कष्ट सहन कर रहे मथुरा में 

कोई सुनने को तैयार नहीं अपनी व्यथा किससे कहें   

तभी कृष्ण को बुलाया हैकष्ट निवारण के लिए  

                    वह आए अपने राज्य को सम्हाला शांति स्थापित हो |     

आशा सक्सेना 

1 टिप्पणी:

  1. हर युग में सामान्य जन का जीवन संघर्ष भरा ही होता है ! कृष्ण का ही सहारा है ! सुन्दर रचना !

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