30 अक्टूबर, 2023

विवाह हुआ संपन्न


आज का दिन खुशियों से भरा था

आज जीवन को कुछअलग सा हुआ अहसास

कितने लोग पहले से आऐ था

आज शाम के कार्यक्रम की प्रतीक्ष में

सभी बड़े प्रसन्न थे

गीत गा रहे ढोलक की थाप पर

दोपहर को समाचार आया

व्यस्तता अधिक बढी

गौधुली बेला  में  पंडित जी आए थे भोपाल  से  

गुडिया की तरह सजाई गई दुलहन

मन्त्रों की छाँव में विवाह सम्पन्न हुआ

जीवन की कठिनाइयों का आभास तक ना हुआ 

जिन्दगी रंगीन दिखाई दी 

 जीवन की नवीन विधा में प्रवेश किया

ईश्वर के हाथों जीवन सोंप दिया

आशा सक्सेना 


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