07 दिसंबर, 2023

क्षणिका

दो शब्द खो गए दूसरे शब्दों  से  मिल कर 

हिरा गए   कहीं जा कर 

खोजा मन के  हर कौने में 

बाहर भी खोजा गहराई से 

सिर्फ वहीं नहीं मिल पाया  

 मेरे भाव भी सारी जिन्दगी

वहीं अटक कर रह जाते हैं  |

 

एक ही कार्य करने से

मन कभी बोझिल हो जाता है

यदि कोई बदलाव नहीं किया

 जीवन बेरंग हो जाता है 

 किसी काजल की कोठरी में |

सिमट कर रह जाता है |


जिसने कहा कार्य बदलो 

मन डावाडोल नहीं होगा 

उस  ने बहकाया है तुम्हें 

तुम एक कार्य ही चित्त लगा  कर करो 

उस कार्य में आनंद आजाएगा |


|शिद्दत से किया कार्य व्यर्थ नहीं जाता

 मार्ग पर जाने से आगे का मार्ग प्रशस्त होता 

वह सही मार्ग ही दिखलाता 

आगे सफलता मिलती है

महनत व्यर्थ नहीं जाती 

सफलता जीवन में रंग भरती है |

|आशा सक्सेना 

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