यही भावनाएं उलझीं कवि की
रचना में
है इतनी शक्तिशाली उलझी
शब्द शैली
उसमें रही हमारे मन की
भावनाएं हमारे मन की भावनाए
है कवि की रचना इतनी शक्तिशाली
उस में रहरी हमारे मन की भावनाएं
जिनकी मन से कभी दूर नहीं
हो पाती
यही भावनाएं उलझी उसमें |
आशासे दूरना होना सहों सकी
भी दूर नहीं हो पाती
यही विषेशताहै कविता की
तभी चाहत रही आज के कावियों की |
आशा
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