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23 मई, 2021
जब समुद्र मंथन हुआ
जब हुआ समुद्र मंथन
महादेव ने
हलाहल पान किया
दी जगह विष को
अपने कंठ में |
निकले चौदह रत्न
और बहुत कुछ
अमृत से भरा
घट भी निकला
दानवों ने जिसे
झपटना चाहा |
मोहिनी एकादशी को
विष्णु ने
रूप धरा मोहिनी
घट अमृत को
छीना दानवों से
सब देवों को
अमृत पान कराया |
दानवों से
उन्हें बचाया
देवों को अजर
अमर बनाया |
आशा
5
सीमा वर्णिका and 4 others
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K Purbiya
Hr.hr mahadev
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20h
Asha Lata Saxena
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धन्यवाद सर |
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20h
सीमा वर्णिका
Admin
+1
बहुत सुन्दर रचना तथा प्रस्तुति के लिये
बधाई
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20h
Asha Lata Saxena
Author
सीमा वर्णिका
जी धन्यवाद लाइक के लिए |
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1m
Write a reply…
सीमा वर्णिका
Admin
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20h
Kiran Srivastava
धन्यवाद
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