भावों की अभिव्यक्तिजब 
सहज सरल शब्दों में हो 
आकृष्ट सभी को करती 
कविता में जान फूंकती |
हो रसमयी भाव पूर्ण
सुन्दर आवरण में लिपटी हो
गीत रूप में प्रस्तुत हो
कविता में जान फूंकती |
हो रसमयी भाव पूर्ण
सुन्दर आवरण में लिपटी हो
गीत रूप में प्रस्तुत हो
आशा यही की जाती | 
अभिव्यक्ति कैसी रही
 किसी ने नहीं सोचा
 बस
अर्थ निकल जाए 
उसी पर ध्यान दिया|
है वह कविता का मुख्य अंग 
नया अंदाज सम्प्रेषण का
जीवंत उसे करता 
उसे नवीन  स्थान दिलाता|
 भावपूर्ण अभिव्यक्ति 
कविता में प्राण फूंकती है 
यदि बिम्बों का सहारा मिले 
सोने में सुहागा लगती है |
आशा  
 
