क्या देख कर
मुस्कुरा रही हो
जाने क्या सोच रही हो
सभी को लुभा रही हो |
तुम्हारे चेहरे का नूर
यह आँखों की चमक
कहती है बहुत कुछ
घुल जाती मिठास मन में
तुम्हें देख कर |
सरिता भावों से भरी
करती भाव बिभोर
कोई त्रुटि न रह जाए
मन में रहता भय
जमाने की बुरी नजर
से बचाए तुम्हे कैसे |
रहो सदा ऐसी ही
है कामना यही
प्यार भरे अंदाज का
अदभुद उपहार यही |
आशा
मुस्कुरा रही हो
जाने क्या सोच रही हो
सभी को लुभा रही हो |
तुम्हारे चेहरे का नूर
यह आँखों की चमक
कहती है बहुत कुछ
घुल जाती मिठास मन में
तुम्हें देख कर |
सरिता भावों से भरी
करती भाव बिभोर
कोई त्रुटि न रह जाए
मन में रहता भय
जमाने की बुरी नजर
से बचाए तुम्हे कैसे |
रहो सदा ऐसी ही
है कामना यही
प्यार भरे अंदाज का
अदभुद उपहार यही |
आशा
घुल जाती मिठास मन में
जवाब देंहटाएंतुम्हें देख कर...
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बेटियों को आशीष....
बेटियां ईश्वर का दिया सबसे खूबसूरत प्यारा सा उपहार हैं... सुन्दर रचना... आभार आपका
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारी रचना ...
जवाब देंहटाएंघुल जाती मिठास मन में
जवाब देंहटाएंतुम्हें देख कर -सही कहा आपने
नई पोस्ट : जागो कुम्भोकर्नो
सही बात ..कुदरत का एक अनूठा उपहार
जवाब देंहटाएंबहुत खूबशूरत रचना,,,सस्नेह प्यार,,,
जवाब देंहटाएंrecent post : समाधान समस्याओं का,
बहुत ख़ूब वाह!
जवाब देंहटाएंआप शायद इसे पसन्द करें-
ऐ कवि बाज़ी मार ले गये!
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआहना की इतनी प्यारी तस्वीरें देख कर मन मुग्ध हो गया ! रचना भी उतनी ही प्यारी है !
जवाब देंहटाएंदिल के भावों से स्नेह प्रकट होता है. आपके आशीष से नूर बरसता है.
जवाब देंहटाएंस्मिता.