29 जुलाई, 2016

क्या गलत किया है



शर्तों पर अवश्य टिका है
पर मैंने तेरे नाम
पूरा जीवन लिख दिया
आज के युग में
सुरक्षा लगी आवश्यक
तभी शर्तों का सहारा लिया
क्या कुछ गलत किया
भावनाएं थी प्रवल
जब अनुबंध पर
दस्तखत किये थे
फिर भी मस्तिष्क था सजग
जब तेरा साथ किया था
तभी दौनों की
जुगलबंदी चल रही है
है यह आज की मांग
क्या मैंने गलत किया है
विश्वास पर रिश्ते टिके हैं
फिरभी सुरक्षा लगी आवश्यक
समाज गवाह बना है
इस प्यारे से रिश्ते का
मैंने क्या गलत किया है |
आशा

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