16 जनवरी, 2017

छाया



हूँ मैं छाया तेरी
तुझ से
 दूर न रहूँगी
जहां जहां तू चलेगा
  साथ मुझे पाएगा
जब रात का
साया होगा
नींद की खुमारी होगी
तब भी
देखा जा सके या नहीं
पर तेरे आस पास
 ही रहूंगी
तू चाहे या ना चाहे
साथ नहीं छोडूंगी
तू दीपक मैं बाती
तुझसे ही
 बंधी रहूंगी |

आशा







आशा

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