दूरियाँ बढ़ जाएँ यदि
मुश्किल पार जाना है
दूरियाँ घट जाने का
अंजाम अजाना है ।
जिसने समझा, सहा, देखा
पर पा न सका थाह दूरी की
पहेली थी जो दूरी की
रही फिर भी अधूरी ही ।
क्या है गणित दूरी का
ना समझो तो अच्छा है
निभ जाये जो जैसा है
वही रिश्ता ही सच्चा है ।
आशा
जिसने समझा, सहा, देखा
पर पा न सका थाह दूरी की
पहेली थी जो दूरी की
रही फिर भी अधूरी ही ।
क्या है गणित दूरी का
ना समझो तो अच्छा है
निभ जाये जो जैसा है
वही रिश्ता ही सच्चा है ।
आशा
Very true. It is always a mystry why one gets averted and why one seems so close to us. It is important to value and respect the relations.
जवाब देंहटाएं