मातृ दिवस के उपलक्ष्य में ,
ममता का कोई मोल नहीं होता ,
हतभागा है वह जो इसे खो देता ,
माँ की ममता का कोई नहीं सानी ,
उसकी ममता है अथाह नहीं मैं अनजानी ,
उसके प्यार की थपकी ,
मुझे जब भी याद आ जाती हैं ,
आँखें नम हो जाती हैं ,
माँ की याद दिलाती हैं |
आशा
आप २१.१२.२००९ की पोस्ट माँ भी पढ़ें शायद आपको अच्छी लगे
सुंदर कविता...मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ !!
जवाब देंहटाएंमातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ !!
जवाब देंहटाएंbahut khoob...ek ek baat sachlikhi...
जवाब देंहटाएंसुंदर कविता...मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंमातृ दिवस के अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनायें और मेरी ओर से देश की सभी माताओं को सादर प्रणाम |
संसार की समस्त माताओं को नमन
जवाब देंहटाएंसुन्दर कविता सुन्दर भाव ! बहुत खूब ! आज सुबह से ही मम्मी की बहुत याद आ रही है ! आपकी कविता पढ़ कर कुछ सुकून मिला !
जवाब देंहटाएंमातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ !!
जवाब देंहटाएं