कसक से भरी सुन्दर रचना आशा जी।सादर श्यामल सुमन09955373288www.manoramsuman.blogspot.com
वाह ! इस बार कुछ अलग अंदाज़ में ,,,बेहतरीन ,,,
संवेदना से भरपूर एक बेहतरीन मुक्तक ! बहुत खूब !
"हमसफर बना और साथ चला ,पर हमराज कभी न बना पाया |"बहुत खूब.कम शब्दों में ऐसी बानगी देखते ही बनती है.
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कसक से भरी सुन्दर रचना आशा जी।
जवाब देंहटाएंसादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
वाह ! इस बार कुछ अलग अंदाज़ में ,,,बेहतरीन ,,,
जवाब देंहटाएंसंवेदना से भरपूर एक बेहतरीन मुक्तक ! बहुत खूब !
जवाब देंहटाएं"हमसफर बना और साथ चला ,
जवाब देंहटाएंपर हमराज कभी न बना पाया |"
बहुत खूब.कम शब्दों में ऐसी बानगी देखते ही बनती है.