मैं चाहता न था बंधना
किसी भी बंधन में
पर न जाने कहाँ से आई
तू मेरे जीवन में |
सिर्फ आती
तब भी ठीक था
क्यूँ तूने जगह बनाई
मेरे बेरंग जीवन में |
मुझे बांधा
अपने मोह पाश में
सांसारिकता के
बंधन में |
बंधन तोड़ नहीं पाता
जब भी प्रयत्न करता हूँ
और उलझता जाता हूँ
तेरे फैलाए जाल में |
है तू कौन मेरी ?
क्यों चाहती जी जान से मुझे
ऐसा है मुझ में क्या ?
मैं जानना चाहता हूँ |
जब भी सोचता हूँ
स्वतंत्र रहने की चाह
गलत लगने लगती है |
फिर सोचता हूँ
बापिस आ जाऊं
अपने कदम
आगे न बढ़ाऊं|
पर चला आता हूँ
केवल तेरे ही पास
तुझे उदास देख नहीं पाता
नयनों में छलकते प्यार को
नकार नहीं पाता
और डूब जाता हूँ
तेरे प्यार में |
आशा
किसी भी बंधन में
पर न जाने कहाँ से आई
तू मेरे जीवन में |
सिर्फ आती
तब भी ठीक था
क्यूँ तूने जगह बनाई
मेरे बेरंग जीवन में |
मुझे बांधा
अपने मोह पाश में
सांसारिकता के
बंधन में |
बंधन तोड़ नहीं पाता
जब भी प्रयत्न करता हूँ
और उलझता जाता हूँ
तेरे फैलाए जाल में |
है तू कौन मेरी ?
क्यों चाहती जी जान से मुझे
ऐसा है मुझ में क्या ?
मैं जानना चाहता हूँ |
जब भी सोचता हूँ
स्वतंत्र रहने की चाह
गलत लगने लगती है |
फिर सोचता हूँ
बापिस आ जाऊं
अपने कदम
आगे न बढ़ाऊं|
पर चला आता हूँ
केवल तेरे ही पास
तुझे उदास देख नहीं पाता
नयनों में छलकते प्यार को
नकार नहीं पाता
और डूब जाता हूँ
तेरे प्यार में |
आशा
बहुत ही सुन्दर रचना.....शुभकामनायें|
जवाब देंहटाएंaapki kalam ehsaas mere ...
जवाब देंहटाएंkhoobsurat...bhawpurn...
जवाब देंहटाएंकोई किसी से प्यार करता है और फिर ज़माने की बेड़ियाँ, परंपरा और बाकी बंधनों से इंसान ऐसा बंध के रह जाता है की उसका वो प्यार दम तोड़ देता है..
जवाब देंहटाएंफिर वो ये सोचता है की काश मैं उससे प्यार किया ही न होता...तो कम से कम खुश तो रहता...वो आती नहीं मेरे जिंदगी में, तो कम से कम खुशी तो नहीं जाती..
बहुत ही सुन्दर रचना..
जवाब देंहटाएंतुझे उदास देख नहीं पाता
जवाब देंहटाएंनयनों में छलकते प्यार को
नकार नहीं पाता
और डूब जाता हूँ
तेरे प्यार में |
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सुन्दर रचना!
प्रेम दिवस की बधाई!
bahut hi sunder abhivaykti
जवाब देंहटाएंman ko chu lene wali
aapka aabhar
बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना..
जवाब देंहटाएंप्रेम के रंग में अंतर्मन के भाव.....
जवाब देंहटाएंजब भी प्रयत्न करता हूँ
जवाब देंहटाएंऔर उलझता जाता हूँ
तेरे फैलाए जाल में |
Bahut sateek varnan kiya hai apne...
Makdi ka jaal sa sara sansaar hai
chahu niklu , magar fasta jau...
bahut sundar rachna..
जवाब देंहटाएंyahi to hai pyar ka bandhan.
बहुत ही सुन्दर रचना.
जवाब देंहटाएंकोमल अहसासों से परिपूर्ण एक बहुत ही भावभीनी रचना जो मन को गहराई तक छू गयी ! बहुत सुन्दर एवं भावपूर्ण प्रस्तुति ! बधाई एवं शुभकामनायें !
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