कर भरोसा अपने पर
रहता है क्यूं बुझा बुझा
रहता है क्यूं बुझा बुझा
क्यूं आज की चिंता करता है
आज का दौर है कठिन पर
कल सुधरेगा दिल कहता है |
तेरी उदासी दुखित करती
मन उद्वेलित करती
महंगाई की जटिल समस्या
मुंह बाए खड़ी दीखती
छाई रहती दिल दिमाग पर
तपती धुप सी लगती |
तपती धुप सी लगती |
तू अधीर नहीं होना
आपा अपना ना खोना
वर्त्तमान तो बीत जाएगा
कल सुधरेगा दिल कहता है |
कठिन परिश्रम की कुंजी हो तो
जटिल समस्या हल होगी
पुरसुकून जिन्दगी होगी
पुरसुकून जिन्दगी होगी
समय बदलेगा दिल कहता है |
तू वर्त्तमान में जीता है
तभी दुखित होता है
जब आशा का दामन थामेगा
बदलाव समय में होगा
तू सबसे आगे होगा
तू सबसे आगे होगा
कल बदलेगा दिल कहता है |
आशा
'आशा सी आकाश थमा है ............." निश्चित ही बदलेगा !
जवाब देंहटाएंरोचक प्रस्तुति जबरदस्त कटाक्ष .बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति .एक एक बात सही कही है आपने .सराहनीय प्रयास अभिव्यक्ति सुन्दर लिनक्स संजोये हैं आपने .सार्थक जानकारी भरी पोस्ट ."महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें"मेरी पोस्ट को ये सम्मान देने के लिए आभार मासूम बच्चियों के प्रति यौन अपराध के लिए आधुनिक महिलाएं कितनी जिम्मेदार? रत्ती भर भी नहीं . .महिलाओं के लिए एक नयी सौगात WOMAN ABOUT MAN
जवाब देंहटाएंबहुत खूब
जवाब देंहटाएंbahot sunder.....
जवाब देंहटाएंआशान्वित करती पंक्तियां।
जवाब देंहटाएंबढ़िया -
जवाब देंहटाएंआभार आदरेया -
हर हर बम बम -
आशा के भाव जगाती ....
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर रचना..
:-)
बढ़िया और सार्थक यथार्थ से जुडी कविता |
जवाब देंहटाएंकभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page
बहुत खूब जी
जवाब देंहटाएंकभी यहाँ भी पधार कर join कीजिए हमें भी उत्साह मिलेगा
गुज़ारिश : ''महिला दिवस पर एक गुज़ारिश ''
सुंदर रचना दीदी
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंअसीम आशा का संचार करती हुई..
जवाब देंहटाएंउम्मीद जगाती बहुत ही सुन्दर रचना..
जवाब देंहटाएंRecent post: रंग गुलाल है यारो,
आशा का सन्देश देती प्रेरक प्रस्तुति ! बहुत बढ़िया !
जवाब देंहटाएंबहुत ही भावपूर्ण रचना
जवाब देंहटाएंSundar.....panktiyan
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