रहा एक ध्येय तेरा
अपनी सरहद की रक्षा करना
है नमन तुझको
जीवन देश हित उत्सर्ग किया |
है धन्य वह माँ
जिसने तुझे जन्म दिया
देश हित में जीने की
दी अद्भुद शिक्षा |
घुसपेठ होते ही तूने
जी जान से की रक्षा
निजी स्वार्थ न आड़े आए
रक्षा ही ध्यान रही |
सस्ती नहीं तेरी कुर्वानी
मूक नहीं तेरी वाणी
है देश तेरा ऋणी
है सच्चा सपूत तू |
देश हुआ जागृत
केवल विरोध काफी नहीं
कडा कदम उठाना होगा
देश हुआ जागृत
केवल विरोध काफी नहीं
कडा कदम उठाना होगा
देश की रक्षा के लिए
मुंह तोड़ जवाब देना होगा
तेरा कर्ज चुकाने के लिए|
तू ना ही कोई सेवक
ना ही बली का बकरा
देश हित के लिए जिया
उसी हेतु बलिदान दिया
हे देश के रक्षक वीर सपूत
तुझे शत शत नमन |
तू ना ही कोई सेवक
ना ही बली का बकरा
देश हित के लिए जिया
उसी हेतु बलिदान दिया
हे देश के रक्षक वीर सपूत
तुझे शत शत नमन |
आशा |
देश हित के लिए जिया
जवाब देंहटाएंउसी हेतु बलिदान दिया
हे देश के रक्षक वीर सपूत
तुझे शत शत नमन |
बहुत सुंदर उम्दा पोस्ट ,,,
RECENT POST : जिन्दगी.
वीर सपूतों को कोटिश: नमन !!
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु धन्यवाद
हटाएंलो शहीद हो गया
जवाब देंहटाएंएक और सिपाही
सरहद पर हुए हमले में
एक अरब की आबादी थी
क्या फर्क पडा
कह दिया किसी ने
आज रक्त से संना हैं
भारत माता की
चिट्टी चुन्नी का कोना
जिस'से पोंछा करते थे सैनिक
घाव हमारे सीने पर लगे
दुश्मनों के लगाये हुए
आज भारत माता सिसक रही हैं
खून के आंसुओ से
कब तक छुपाये
इस रक्तरंजित दुपट्टे को
और कैसे कह आये शहीदों के घर
कि ओढ़ लो तुम अब सफ़ेद दुपट्टा
यतीम बच्चो को सीने से लगाकर
मैं बेबस हो गयी हूँ
कायर सरपरस्त पाकर
जो अब इनकी शहादत /बलिदान
दो बूँद आंसू /एक सम्मान की हकदार भी नही
मैं शर्मिंदा हूँ अब .पर नतमस्तक इनके त्याग पर.....नीलिमाशर्मा
आपकी अति उत्तम रचना के लिय बधाई
प्रतिउत्तर में बहुत शानदार रचना पढ़ने को मिली आभार |
हटाएंदेश हित के लिए जिया
जवाब देंहटाएंउसी हेतु बलिदान दिया
हे देश के रक्षक वीर सपूत
तुझे शत शत नमन |
वाह! बहुत सुन्दर ! शत शत नमन!
latest post नेता उवाच !!!
latest post नेताजी सुनिए !!!
धन्यवाद
हटाएंदेश हित के लिए जिया
जवाब देंहटाएंउसी हेतु बलिदान दिया
हे देश के रक्षक वीर सपूत
तुझे शत शत नमन |
..सुंदर व प्रेरक पोस्ट
टिप्पणी हेतु धन्यवाद |
हटाएंउम्दा रचना आशा जी ... देश प्रेम से ओतप्रोत .. स्वतन्त्रता दिवस कि सुन्दर भेंट .. ः)
जवाब देंहटाएंजश्ने आजादी
शहीदों की सौगात
ऋणी भारत
धन्यवाद सुनीता जी |
हटाएंदेश के सैनिकों का बलिदान व्यर्थ न जाये और उनकी शहादत को उचित सम्मान मिले हमारे नेताओं से तो इतना भी नहीं हो पा रहा ! बहुत सुंदर एवँ प्रेरक रचना ! बहुत खूब !
जवाब देंहटाएंटिप्पणी से और लिखने की प्रेरणा मिलाती है |
हटाएंआशा
Hamare veer sainikon ko naman. Unka balidan wyarth na jaye yahee kamna.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद आशा जी |
हटाएंसूचना हेतु धन्यवाद |
जवाब देंहटाएंआशा
सूचना और टिप्पणी दौनों के लिए आभार
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सूचना हेतु
जवाब देंहटाएं