गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर आप सब को हार्दिक शुभ कामनाएं |प्रस्तुत है एक रचना "शत शत प्रणाम" :-
तुम रक्षक सरहद के
माँ की आँखों के तारे
हो पिता के अभिमान
कटिबद्ध आनबान पर
देश की हो शान
रणक्षेत्र में डटे रहते
शत्रु के दांत खट्टे करते
दुगुनी शक्ति से प्रतिउत्तर देते
हंसते हुए वार झेलते
विपरीत स्थिति यदि हो
पीठ दिखा कर नहीं भागते
सर्दी बर्फ नहीं सताती
गर्मीं सहते सारे साथी
वर्षा में वहीं टिके रहते
कर्तव्य से मुख नहीं मोड़ते
तुम्हारी पूर्ण निष्ठा समर्पण
सफलता की कुंजी है
तुम्हे विशिष्ट बनाती है
जब भी सम्मान तुम्हें मिलता
सर गर्व से उन्नत होता
मन ऊर्जा से भर जाता
तुम जैसा होना चाहता
ओ सरहद के रक्षक
तुम्हें शत शत प्रणाम |
आशा
- Anita Lalit, Sandhya Sharma, Kewal Joshi and 16 others like this.
- Jai Prakash Tripathi ...' कौन आजाद हुआ ......बलिदान से पहले 22 मार्च 1931 को लिखा गया देशवासियों को अंतिम पत्र के मुख्य अंश : " स्वाभाविक है ..जीने की इक्षा मुझमे भी होनी चाहिए , मै इसे छुपाना नहीं चाहता ..लेकिन मै एक शर्त पर जिदा रह सकता हूँ ..मै कैद और पाबंद बन कर जीना नहीं चाहता ..दिलेराना ढंग से हसते - हसते मेरे फांसी पर चढ़ने की सूरत में ' हिन्दुस्तानी माताएं अपने बच्चो को भगत सिंह बनाने की आरजू किया करेंगी और देश के लिए कुर्बानी देने वालों की तादात इतनी बढ़ जाएगी की क्रांति और आजादी को रोकना हुकूमतों और नापाक शैतानी ताकतों के लिए असंभव हो जायेगा ...हां एक विचार आज भी मेरे मन में आता है ..की देश और मानवता के लिए जो कुछ करने की हसरतें मेरे दिल में थी उसका हजारवा भाग भी पूरा न कर सका अगर मै आजाद और जिदा रहता तो इन्हें पूरा करने का अवसर मिलता . मुझसे अधिक सौभाग्यशाली कौन है .अब तो बड़ी बेताबी से अंतिम परीक्षा का इन्तजार है .कामना है यह और नजदीक आये .आप सभी देश भाइयों का साथी , भगत सिंह
- Sunil Anand मंगल पांडे,खुदी राम बोस और चन्द्रशेखर आजाद ने राष्ट्र के लिए अपनी बलि दी।इस बलिदान से जाग्रत प्रेरणा को जीवंत बनाये रखना है।
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जवाब देंहटाएंBahut achchhi rachana hai.
जवाब देंहटाएंTum shahid hokar hamari raksha karte ho.
Ham yahi prarthana karte hai aapka sar salamat rahe.
Hamara Tiranga sada Laherata rahe.
Jay Bharat. Jay Jawan.
कविता अच्छी लगी जान कर प्रसन्नता हुई |गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
हटाएंआपके लिखे पर ... बस पढ़ना और महसूस करना है ...बहुत सुन्दर..
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु धन्यवाद |
हटाएंवाह वाह ! अपने देश के वीर सैनिकों पर जितना अभिमान करें कम ही होगा ! उन्हें समर्पित एक बहुत ही सुंदर रचना !
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस पर शुभ कामनाएं |
हटाएंआशा
बहुत सुन्दर और प्रेरक रचना...गणतंत्र की हार्दिक शुभकामनायें..
जवाब देंहटाएंआपको भी गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
हटाएंआशा
सशक्त और प्रभावशाली रचना.....
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु धन्यवाद सुषमा जी |
हटाएंसशक्त रचना
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु धन्यवाद अंजू जी
हटाएंकल 26/01/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद !
सूचना हेतु धन्यवाद |
हटाएंआ० बढ़िया रचना व गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ , धन्यवाद
जवाब देंहटाएंनया प्रकाशन -: जाने क्या बातहै हममें कि हमारी हस्ती मिटती नहीं !
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएं--
गणतन्त्रदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
जय भारत।
भारत माता की जय हो।
टिप्पणी हेतु धन्यवाद शास्त्री जी |
हटाएंइस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रस्तुति को आज की राष्ट्रीय मतदाता दिवस और ब्लॉग बुलेटिन (मेरी 50वीं बुलेटिन) में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।
जवाब देंहटाएंसूचना हेतु आभार हर्ष जी |
हटाएंसूचना हेतु आभार सर |
जवाब देंहटाएंआशा
सूचना हेतु आभार |
जवाब देंहटाएंआशा
बहुत सुन्दर प्रस्तुति। ६५वें गणतंत्र दिवस कि हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंराजेन्द्र जी आपको भी गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
हटाएंहमारे वीर जवानों पर नाज़ है हमें। शत सत प्रणाम है उन्हें सारे भारत वासियों का।
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु धन्यवाद आशा जी |
हटाएंप्रभावशाली रचना...गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभ कामनाएं...
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु धन्यवाद |
हटाएंसुन्दर प्रस्तुति …………भ्रष्टाचार मिटाना चाहते हो तो पहले खुद को बदलो
जवाब देंहटाएंअपने धर्म ईमान की इक कसम लो
रिश्वत ना देने ना लेने की इक पहल करो
सारे जहान में छवि फिर बदल जायेगी
हिन्दुस्तान की तकदीर निखर जायेगी
किस्मत तुम्हारी भी संवर जायेगी
हर थाली में रोटी नज़र आएगी
हर मकान पर इक छत नज़र आएगी
बस इक पहल तुम स्वयं से करके तो देखो
जब हर चेहरे पर खुशियों का कँवल खिल जाएगा
हर आँगन सुरक्षित जब नज़र आएगा
बेटियों बहनों का सम्मान जब सुरक्षित हो जायेगा
फिर गणतंत्र दिवस वास्तव में मन जाएगा
बहुत सटीक लिखा है आपने मेरी बधाई स्वीकारें |
हटाएंहमारे सैनिक देश के शान ,बान, आन की रक्षक है इनकी जितना तारीफ की जाय कम है!
जवाब देंहटाएं६५ वीं गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं !
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आपको भी गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
जवाब देंहटाएंआशा
प्रेरणा देते शब्द ... लाजवाब भावपूर्ण अभिव्यक्ति ...
जवाब देंहटाएंगणतंत्र दिवस की बधाई ...
गणतंत्र दिवस पर शुभ कामनाएं नासवा जी |
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