पचपन में
बचपन की बातें
नानी ने कहीं |
ओ बचपन
कोशिश तो करना
यादों में आना |
ए बचपन
सपनों में आ कर
नींद चुराना |
माँ की ममता
बचपन न भूलता
उसमें खोता |
हंसता गाता
बचपन मुखर
माँ की बाहों में |
सोता जागता
हंसता खसकता
बचपनहै
लुका छिपी में
बचपन प्रसन्न
बाबा के संग |
बचपन में
|
गाती रिझाती
चलती ठुमकती
बचपन में |
आशा
बचपन की बातें
नानी ने कहीं |
ओ बचपन
कोशिश तो करना
यादों में आना |
ए बचपन
सपनों में आ कर
नींद चुराना |
माँ की ममता
बचपन न भूलता
उसमें खोता |
हंसता गाता
बचपन मुखर
माँ की बाहों में |
सोता जागता
बचपनहै
लुका छिपी में
बचपन प्रसन्न
बाबा के संग |
मैंने बनाई
सरकंडे की गाड़ीबचपन में
|
चलती ठुमकती
बचपन में |
आशा
शुभकामनायें आदरेया-
जवाब देंहटाएंधन्यवाद |
हटाएंबहुत सुन्दर .शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंनई पोस्ट : स्वर्णयोनिः वृक्षः शमी
आपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (23.01.2014) को "बचपन" (चर्चा मंच-1495) पर लिंक की गयी है,कृपया पधारे.वहाँ आपका स्वागत है,धन्यबाद।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
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हटाएंसूचना हेतु आभार राजेन्द्र जी |
हटाएंबहुत सुन्दर .शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद जी |
हटाएंbahut sundar rachna nice pic
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर आने और टिप्पणी के लिए धन्यवाद |
हटाएंशब्दों के साथ चित्र भी बचपन का साथ साथ दे रहा हैं -बहुत सुन्दर !
जवाब देंहटाएंनई पोस्ट मेरी प्रियतमा आ !
नई पोस्ट मौसम (शीत काल )
टिप्पणी हेतु धन्यवाद कालीपद जी
हटाएंहार्दिक शुभकामनाएँ आंटी
जवाब देंहटाएंसादर
धन्यवाद टिप्पणी के लिए |
हटाएंआशा
बहुत सुंदर हाइगा ! आहना की तस्वीरें मन मोह लेती हैं ! बचपन की स्मृतियों को जगाती बहुत मनमोहक प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएंरचना अच्छी लगी जान कर प्रसन्नता हुई |
हटाएंबहुत सुन्दर .शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद संजय |
हटाएंकल 25/01/2014 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद !
सूचना के लिए धन्यवाद यशवंत जी |
हटाएंबढ़िया सुन्दर।
जवाब देंहटाएंटिप्पणी हेतु धन्यवाद |
हटाएंदिल को छूते बहुत सुन्दर हाइकु...
जवाब देंहटाएंधन्यवाद कैलाश जी टिप्पणी हेतु |
हटाएंसुन्दर haaiku
जवाब देंहटाएंधन्यवाद टिप्पणी हेतु |
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