चौके से आती सुगंध
ले जाती उस ओर
मावे की गुजिया खीचती
मुझको अपनी और
मन चाहता मुंह में डालूँ
पर माँ की
तिरछी नजर
छूने नहीं देती
मुह में मिठास
धुलने नहीं देती
बस एक वाक्य
सुनाई देता
कल परीक्षा है
क्या भूल गए
खाने को उम्र पडी है
होली फिर भी आनी है
पर परीक्षा नहीं |
आशा
होली में बस बस एक ही मिठाई भाती है वो है गुझिया...!
जवाब देंहटाएंसपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाए ....
RECENT पोस्ट - रंग रंगीली होली आई.
बहुत सुंदर.
जवाब देंहटाएंहोली की शुभकामनाएँ !
आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !
जवाब देंहटाएंसादर
परीक्षा के नाम पर बच्चों के अरमानों को कुचलना कहाँ का न्याय है ! बेचारे बच्चे ! सुन्दर प्रस्तुति ! होली की शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंगुझिया गुझिया गुझिया...!
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