मन की मुराद मिली है 
 बड़ी
बात है 
प्यार की सौगात मिल गयी 
अनोखा उपहार है 
पर एक सवाल व्यर्थ सा 
मन में आया है 
ऐसा क्या था  जो तुम्हें 
 मुझ तक ले आया 
प्यार तो यह है नहीं
बहुत सच है
है कोई बंधन पहले का
या मुझे कोई
बहुत सच है
है कोई बंधन पहले का
या मुझे कोई
 कर्ज चुकाना है 
कभी उधारी की  याद नहीं आता 
फिर यह उलझन कैसी 
एहसास अनोखा सा है 
लगता है
अपनी कहानी में
लगता है
अपनी कहानी में
कोई नया मोड़  आया है 
यूं तो है
कहानी पुरानी
कहानी पुरानी
वही राजा वही रानी 
कभी मिलन 
कभी विछोह
कभी विछोह
कुछ भी तो नया नहीं 
क्यूं आज फिर
दूध में
उबाल आया है
दूध में
उबाल आया है
गोद में बेटी के कदम 
धर में पालने का आगमन
पूर्व जन्म के  कर्ज का 
अद्भुद एहसास हुआ है 
जिसे पूर्ण  करने का
मन बनाया है |
मन बनाया है |

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