माँ पर चंद हाईकू |
वह दुलार
नहीं है निराधार
है पता मुझे |
रिश्ता मधुर
माता की ममता सा
नहीं दूसरा |
मन पंछी सा
पहुंचा माँ के पास
नहीं उदास |
हाथ पकड़
चलना सिखाया था
मेरी माता ने |
ममतामयी
गरिमामयी वह
मेरी जननी |
ममता माँकी
वह क्या जान पाए
जो बच्चा नहीं |
आशा
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