03 जनवरी, 2015

वरण नए चोले का


एक दिन वह सो गया 
लोगों ने कहा वह मर गया 
मृत्यु का वरण किया
और अमर हो गया 
पर सच यह  नहीं क्या ?
आत्मा ने घर छोड़ा
वस्त्र बदले मोह त्यागा 
नया चोला धारण किया 
नवीन गृह प्रवेश किया 
अनादी अनंत आत्मा 
कभी मृत नहीं होती 
बारबार वस्त्र बदलती 
नया चोला धारण करती 
 अनंत में विचरण करती
जब मन होता उसका
गोद किसी की भरती
कोई घर आबाद करती 

आशा

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