वनस्पति के बिना
दुखी है प्रजा !
स्वप्न में आये
हरियाये पल्लव
मन हर्षाये !
वनसंपदा
मूल्यवान जब हो
देश सफल !
रंग बिरंगी
है फूलों की टोकरी
उपवन में !
जड़ें जमाये
वनस्पति देश की
पश्चिम में भी !
जलसंपदा
बहुत मूल्यवान
सबके लिए !
पहचान है
हरीतिमा हमारी
सबसे न्यारी !
पीत वासना
सुमुखी हरीतिमा
मन को छूती !
आशा
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