27 अप्रैल, 2015

कहीं तो गुलाब हो

क्यारी गुलाब की के लिए चित्र परिणाम


क्यारी गुलाब की के लिए चित्र परिणाम
है यह पुष्पों  की बगिया
कहीं तो गुलाब हो 
महक हो या ना हो 
रंग रूप तो हो
 कोई क्यारी हो ऐसी
जहां गुलाब ही गुलाब हों
कांटों से सुरक्षित रहें 
खुद की पहचान हो
भीड़ तंत्र में खो जाये यदि 
महक ही पहचान हो 
पहचान भी ऐसी कि
 खोजना सरल हो 
है कार्य कठिन
 सहज  नहीं
है शिद्दत आवश्यक 
खोज के लिए 
जब मन चाहा  मिल जाए
जीवन रंगीन हो
रंग बिरंगे पुष्पों में
वह लाजबाब हो 
महक हो नाम हो 
परिपूर्णता लिए हो |
आशा





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