15 जून, 2015

वह प्यार |



तेरा वह प्यार
नयनों का वार
कजरे की धार
होता दिल के पार |
फूल का वार
या चुभता खार
सरहद के पार
है वह खुद्दार |
है तलवार की धार
ना उसे मार
नहीं वह भार
है पहला प्यार |
आशा

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Your reply here: