आज अनंत चतुर्दशी है :-
हे गणनायक सिद्धि विनायक
प्रथम पूज्य विघ्न हरता
मेरी कामना पूर्ण करो
आया शरण तेरी
तुम सब की चिंता हरते
सदा सभी का ध्यान रखते
पर मेरी बारी आते ही
जाने क्यूं मुझे भूल जाते
यदि मैंने कुछ गलत किया
क्षमा मांगने आया हूँ
पान फूल लड्डुओं का
भोग लगाने आया हूँ
हे गणेश गजानन गौरी नंदन
मेरी आस्था मुझे लौटा दो
मुझ में विश्वास जगा दो
जो कुछ हूँ तुमसे ही हूँ
भक्ति भाव जगा दो
मुझे अपने तक पहुचा दो|
आशा
हे गणनायक सिद्धि विनायक
प्रथम पूज्य विघ्न हरता
मेरी कामना पूर्ण करो
आया शरण तेरी
तुम सब की चिंता हरते
सदा सभी का ध्यान रखते
पर मेरी बारी आते ही
जाने क्यूं मुझे भूल जाते
यदि मैंने कुछ गलत किया
क्षमा मांगने आया हूँ
पान फूल लड्डुओं का
भोग लगाने आया हूँ
हे गणेश गजानन गौरी नंदन
मेरी आस्था मुझे लौटा दो
मुझ में विश्वास जगा दो
जो कुछ हूँ तुमसे ही हूँ
भक्ति भाव जगा दो
मुझे अपने तक पहुचा दो|
आशा
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