जली होलिका
प्रहलाद न जला
विजयी सत्य |
फूलों के बीच
भ्रमर व कंटक
काटते नहीं |
तितली रानी
फागुन ले आई है
खेलती रंग |
होली आ गई
प्यार दुलार बाँटें
खाएं गुजिया |
फागुन ले आई है
खेलती रंग |
होली आ गई
प्यार दुलार बाँटें
खाएं गुजिया |
होली आई रे
फगुआ मांग रहा
टेसू अड़ा है |
ना संवेदना
न मलाल मन में
दुखित मन
आया फागुन
आए पिया न पास
है कैसा फाग
वह् सींचती
तुलसी का विरवा
तेरी याद में |
टेसू का रंग
उसके मन भाया
तुम आए ना |
विरही मन
बाट जोह रहा है
कब आओगे |
आशा
फगुआ मांग रहा
टेसू अड़ा है |
ना संवेदना
न मलाल मन में
दुखित मन
आया फागुन
आए पिया न पास
है कैसा फाग
वह् सींचती
तुलसी का विरवा
तेरी याद में |
टेसू का रंग
उसके मन भाया
तुम आए ना |
विरही मन
बाट जोह रहा है
कब आओगे |
आशा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Your reply here: