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१-
बढी दुविधा
जल बिन मीन सी
हुई बेहाल |
२-
तपती धूप
जल कहाँ से लाऊँ
कुछ सूझे ना |
३-
है हेंड पंप
पेड़ की छाँव तले
जाते न बने |
४-
नीर भरत
हिया मेरा कम्पित
छलके नैन |
५-
प्यास न बुझे
शीतल जल बिन
अब क्या करे |
आशा
१-
बढी दुविधा
जल बिन मीन सी
हुई बेहाल |
२-
तपती धूप
जल कहाँ से लाऊँ
कुछ सूझे ना |
३-
है हेंड पंप
पेड़ की छाँव तले
जाते न बने |
४-
नीर भरत
हिया मेरा कम्पित
छलके नैन |
५-
प्यास न बुझे
शीतल जल बिन
अब क्या करे |
आशा
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